कादीपुर डाक घर का है मामला
दरअस्ल ये मामला शुरू होता है कादीपुर सब डाकघर से। यहां के कर्मचारी रामानंद वर्मा पर डाक टिकट ब्लैक का आरोप लगाते हुए सांसद ने फोन पर उनकी जमकर क्लॉस लगा दिया। सांसद ने ना सिर्फ डाक कर्मी को जेल भेजने की धमकी दी बल्कि सस्पेंशन की बात भी कही। यही नहीं बल्कि सांसद ने अभद्र शब्दों का प्रयोग भी डाक कर्मी के लिए किया। ऑडियो सामने आते ही कांग्रेस आक्रमक मुद्रा में आ गई है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री व सुल्तानपुर सांसद मेनका गांधी द्वारा कादीपुर पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी रामानंद वर्मा से बहुत ही अभद्र भाषा में बात की गई है। सांसद की भाषा पिछड़े वर्ग के कर्मचारी के लिए बहुत ही अभद्र, अमर्यादित है, ऐसी भाषा उनको भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से सीख में मिली है। यह घटना पहली नहीं है,ऐसी सैकड़ों घटना हमारे सामने आ चुकी हैं। जिसमें भाजपा के नेता मंत्री सत्ता के अहंकार में पिछड़े, दलित, आदिवासी व अल्पसंख्यकों के लिए गाली गलौज का प्रयोग करते हैं।
मोदी की सही जाति को लेकर खुद शंका में भाजपाई
अभिषेक सिंह राणा ने भाजपा ओबीसी मोर्चा सुल्तानपुर पर भी हमलावर हुए हैं। ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष डॉ. रामजी वर्मा ने पीएम को अति दलित कहा था। इस पर राणा ने कहा कि दो-तीन पहले हमारे नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के ओबीसी होने की असलियत बयां की थी। जिसके विरोध में सुल्तानपुर भाजपा की पिछड़ा इकाई ने राहुल गांधी का पुतला जलाकर जघन्य पाप किया और भाजपा के डॉ. रामजी गुप्ता ने बताया कि मोदी अतिदलित जाति से हैं। रामजी गुप्ता की बात से तय हो जाता है कि भाजपा के लोग मोदी की सही जाति को लेकर खुद शंका में हैं।
बीजेपी नेताओं का यही है अहंकारी संस्कार
वही कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता राजेश तिवारी ने मेनका गांधी की वायरल ऑडियो पर टिप्पणी देते हुए कहा है कि यही बीजेपी नेताओं का अहंकारी संस्कार है। ये सीधे-सीधे पिछड़ी जाति का अपमान है।
प्रधानमंत्री सिर्फ़ झूठे सम्मान की बात करते हैं। एक सांसद का इस तरह का बयान अत्यंत दुखद है।कांग्रेस पार्टी इस बयान की घोर निंदा करती है।
सांसद प्रतिनिधि का बयान
हालांकि वायरल ऑडियो पर सांसद प्रतिनिधि रणजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस इसे राजनीतिक रूप दे रही है। सच्चाई ये है कि डाक कर्मी टिकट ब्लैक कर रहा था। सांसद को शिकायत मिली तो उन्होंने डाटा। जिसके पांच मिनट बाद ही डाक घर कादीपुर पर टिकट मुहैया हो गया।