सुल्तानपुर में कोतवाली क्षेत्र के खैराबाद मोहल्ले में बीती रात इमाम बारगाह हकीम जन्नू में महफिल का आयोजन हुआ। इमाम-ए मेंहदी के जन्मदिन पर आयोजित हुई महफिल में शायरों ने शेर पढ़कर लोगों का दिल जीत लिया।
इमाम बारगाह हकीम जन्नू में आयोजित हुआ कार्यक्रम
बीती रात आयोजित हुई महफिल को लेकर मौलाना मोहम्मद हादी ने जानकारी दी कि पैगम्बर मोहम्मद के आखरी उत्तराधिकारी इमाम-ए मेंहदी गैबत में हैं, और वे जिंदा हैं। हर वर्ष 15 शाबान शब-ए बारात के दूसरे दिन उनके जन्मदिन के अवसर पर महफिलों का आयोजन होता है। शिया समुदाय के लोग इस जरिए से भी खुशियां मनाते हैं। उन्होंने बताया कि इमाम-ए मेंहदी को भले ही कोई न देख पाए लेकिन वे सबको देख रहे हैं। क्योंकि वो ईश्वर के दूत हैं।मौलाना ने आगे कहा कि इमाम-ए मेंहदी जब जहूर करेंगे तो वो दिन जुमा का दिन होगा और वो काबे से सुबह को जहूर करेंगे। ऐसे में सुबह उठकर इबादत की आदत डालना चाहिए। साथ ही साथ जुमा के दिन को याद करना चाहिए। इमाम-ए मेंहदी के जन्मदिन के अवसर पर कलाम पेश करने वालों में तय्यब, अब्बास, शोएब क़ासिम, जाहिद इमाम, मोहम्मद हैदर, अज़हर अब्बास, सादिक़ इमाम, शमीम हैदर, मौलाना हादी, अमन सुल्तानपुरी, मुंतज़िर निमोलवी, नजर सुल्तानपुरी आदि ने अपने कलाम पेश किए।