मां-बेटे ने राम मंदिर लहर के बाद भाजपा की सुल्तानपुर में कराया था वापसी, जनता की पहली पसंद हैं वर्तमान सांसद
लोकसभा चुनाव 2024 की भाजपा की पहली लिस्ट आ गई। सुल्तानपुर से सटे अमेठी में स्मृति ईरानी, प्रतापगढ़ से सुंदर लाल गुप्ता और अयोध्या से लल्लू सिंह के नामों की घोषणा हो गई। लेकिन सुल्तानपुर की सीट होल्ड कर दी गई। हालांकि इसको लेकर सत्तापक्ष के साथ-साथ विपक्ष टकटकी लगाए बैठा था। यही नहीं जनता में भी इस बात को लेकर काफी उत्सुकता थी कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व यहां किसे कमल खिलाने भेजता है।
2014 में वरुण ने बाहुबली को दी थी मात
दरअस्ल राम मंदिर लहर के बाद सुल्तानपुर लोकसभा सीट भाजपा के हाथ से निकल गई थी। राम मंदिर लहर के फौरन बाद लगातार यहां से दो बार बसपा और एक बार कांग्रेस ने बाजी मारी। लेकिन 2014 में वरुण गांधी को भाजपा ने चेहरा बनाया। पिता की कर्मभूमि में बरसों बाद जब वरुण पहुंचे तो जनता ने हाथों हाथ उन्हें लिया। शेरे पूर्वांचल कहे जाने वाले पूर्व विधायक पवन पाण्डेय तक मुकाबले पर उनके सामने थे। लेकिन सभी को मात देते हुए वरुण ने 4 लाख से अधिक मत प्राप्त कर विजय प्राप्त की।
कम समय में 2019 में जीती थी बाजी
साल 2019 आया तो वरुण पीलीभीत चले गए और वहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी सुल्तानपुर आ गई। कम समय में ही मेनका गांधी ने पूरे संसदीय क्षेत्र में ताबड़तोड़ दौरे किए। एक गांव भी ऐसा नहीं रहा कि वे वहां पहुंची ना हो। हालांकि इस चुनाव में बेटा बनाम बाहरी का समीकरण बनाया गया। 14 ही हजार वोटों से मेनका गांधी ने बाजी जीत ली। उसके बाद से मेनका ने जिले में विकास की बयार बहाया। क्या अपने क्या पराये, जो वोट नहीं दिए वो भी मेनका की इस बात को लेकर प्रशंसा अवश्य करते हैं विकास जो उन्होंने किया जिले के इतिहास में आजतक वैसे कार्य किसी ने नहीं किया।
सोशल मीडिया पर सब अपने-अपने प्रत्याशी की बता रहे दावेदारी
हालांकि उनका टिकट ऊहापोह की स्थिति में है। सोशल मीडिया पर हाल फिलहाल में एक जाति विशेष ने बाहुबली पवन पाण्डेय के भतीजे को सुल्तानपुर से टिकट मिलने की अफवाह फैलाई। यही नहीं कमोबेश कई नामों की चर्चा भी है। अब कहा ये जा रहा है, मोदी-शाह और नड्डा सुल्तानपुर सीट पर टिकट का फैसला करेंगे। हालांकि यहां भाजपाइयों के साथ जनता को उम्मीद है कि टिकट मेनका गांधी को ही मिलेगा। यदि ये चेहरा बदला तो पार्टी को नुकसान हो सकता है। वही ये भी चर्चा है कि अगर वर्तमान सांसद का टिकट किसी वजह से ड्रॉप हुआ तो कुछ ऐसा करिश्मा होगा जो 80 में 80 की फीगर में कमी का कारण बनेगा।
रिपोर्ट/ सरफराज अहमद