बोले सभी की सहमति से राष्ट्रीय अध्यक्ष ने टिकट किया है फाइनल
सुल्तानपुर समाजवादी पार्टी ने अपनी चौथी सूची में सुल्तानपुर से भीम निषाद के नाम पर मोहर लगाते हुए सभी अटकलों पर लगाया विराम,जिसको लेकर सपाइयों में देखी जा रही है खुशी की लहर,वहीं सपा विधायक ताहिर खान ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी की सहमति लेकर सुल्तानपुर का टिकट किया है फाइनल,भीम निषाद को टिकट मिलने में हमारी भी थी सहमति ,मजबूती के साथ भीम निषाद को लड़ाएंगे चुनाव, सुल्तानपुर की सीट सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव की डालेंगे झोली में।
भीम निषाद ने सपा सुप्रीमो का जताया आभार..
टिकट मिलने पर भीम निषाद ने कहा सुल्तानपुर में अखिलेश भैया ने (PDA) पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक को मजबूत करने के लिए मुझे दिया है टिकट,मैं और मेरा समाज है उनका आभारी,जीतकर अखिलेश भैया की झोली में डालूंगा सुलतानपुर सीट, एकलव्य सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वा संघर्ष बचाओ समिति के प्रदेश अध्यक्ष है भीम निषाद।
गठबंधन के चलते सपा खेमे में गई सुल्तानपुर की सीट
वहीं गठठबंधन के चलते सपा खेमे में गयी सुलतानपुर लोकसभा की सीट पर सपा सुप्रीमो द्वारा जनपद से किसी पुराने सपाई प्रत्याशी पर भरोसा न करते हुए गैर जनपद के पैराशूटी प्रत्याशी उतारने पर लोग तरह तरह के सवाल खड़े करने लगे हैं।
भीम निषाद थे कभी सपा के धुर विरोधी!
2012 में सपा से टिकट न मिलने पर सपा प्रत्याशी के खिलाफ बगावती शुर अख्तियार कर अम्बेडकर नगर के जलालपुर से निर्दल प्रत्याशी के तौर पर ठोकी थी ताल और मात्र30 वोट पा कर अपनी खूब कराई थी फजीहत। गठबंधन प्रत्याशी पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जताई है आस्था।वहीं पूर्व में 2012 से ही शुरू हुए भीम निषाद की पॉलिटिकल कमेस्ट्री में दिखा कई रंग, मौके मौके पर बसपा समेत भाजपा के भगवा रंग में भी खोजी थी सियासी रंगत।
अब मौजूदा समय में सुलतानपुर से गठबंधन के समाजवादी पार्टी से घोषित प्रत्याशी भीम निषाद, सपा प्रदेश सचिव के पद पर है। सपा नेता लालजी वर्मा के बताए जाते हैं करीबी और है खास सिपेहसालार,सुलतानपुर लोकसभा सीट जीतना बनी लालजी वर्मा की प्रतिष्ठा।