ईमानदारी की मिसाल बन अफतार अहमद ने दिया मानवता का संदेश।।
आपको बताते चलें कि बैंक ऑफ बड़ौदा (शाखा बाधमंडी ) में अफ्तार अहमद नाम का चालू खाता है,जिसमें 18 मार्च शाम को लगभग 05:45 बजे अचानक 1,85,000/ (एक लाख पचासी हज़ार रुपए) क्रेडिट हो जाते हैं, पेशे से पत्रकारिता करने वाले अफ्तार अहमद जो मोटर बीमा का साथ ही साथ व्यवसाय भी करते हैं ओ बड़े असमंजस में पड़ जाते हैं कि इतनी बड़ी रकम मेरे खाते में कहां से आई जबकि कहीं से कोई पैसा आना भी नहीं था, मन में सोच ही रहे थे कि तभी किसी रिज़वान अहमद पोल्ट्री फार्म वाले का फोन अचानक आया, और ओ घबराते हुए पूछा कि आप अफ्तार अहमद बोल रहे हैं तो इधर से अफ्तार ने जवाब दिया हां बोल रहा हूं, हैरान परेशान रिज़वान अहमद ने बताया कि गलती से आप के अकाउंट में 1,85,000/ रुपए बॉब वर्ड से भेज दिया है ,मेहरबानी करके लौटा दें।अफ्तार अहमद ने फ़ौरन जवाब दिया कि मैं काफी देर से परेशान था कि किसका और कैसा पैसा मेरे खाते में अचानक आ गया। आप बताएं की आपका पैसा कैसे वापिस करना है, इस पर रिज़वान ने बोला कि दो मिनट के लिए आप बैंक आ जाएं कुछ बैंक के जरूरी कागज़ात पर दस्तखत कर दें, जिससे मेरा पैसा मुझे वापिस मिल जाएगा, उधर रोज़ा इफ्तार का समय हो चुका था, फिर भी उनकी परेशानी को समझते हुए, अफ्तार अहमद बैंक जाते हैं, कई कागज़ात पर दस्तखत करते हैं जिससे उनका पैसा उनको वापिस मिल जाता है।
उस समय बैंक कैंपस में मौजूद शाखा प्रबंधक, कैशियर, गार्ड एवं अन्य बैंक कर्मी,अफ्तार अहमद की इस ईमानदारी की तारीफ़ करते हुए कहा कि आज के समय में जब लोग हज़ार पांच सौ के लिए ईमान डगमगाने लगता हैं ऐसे समय में अफ्तार अहमद ने समाज के लिए ईमानदारी की एक बड़ी मिशाल पेश की है। और लोगों को समाज के प्रति मानवता का धर्म निभाना और एक जिम्मेदार नागरिक की उसकी कर्तव्य निष्ठा को बनाए रखने का संदेश दिया।।
रिपोर्ट/सरफराज अहमद