कहा-सपा के पीडीए का मतलब पाखंड धोखा और अत्याचार, दिल्ली में एक मंच पर दिखाई पड़े भ्रष्टाचारी दल
यूपी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने विपक्षी गठबंधन को घोटालेबाजों की बारात बताया है।गठबंधन राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने के लिए बनाया गया है।अभी 2 दिन पहले हुई दिल्ली में गठबंधन की रैली में सबने देखा की देश के तमाम भ्रष्टाचारी दल एक मंच पर दिखाई पड़े।
भाजपा कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा इनका माडल विकास का नहीं भ्रष्टाचार का है। यह देश को लूटना चाहते हैं और यह भी चाहते हैं कि उनके भ्रष्टाचार की चर्चा ना हो। पीएम कहते हैं भ्रष्टाचार हटाओ और इंडी गठबंधन का नारा है भ्रष्टाचारी बचाओ। इंडी गठबंधन की रैली भ्रष्टाचारी बचाओ रैली थी। घमंडिया गठबंधन का काम है लूटना, हर दिन नया झूठ बोलना, पीएम को गाली देना, देश को बदनाम करना और जाति धर्म के नाम पर समाज को बांटना है। उन्होंने पत्रकारों के समाजवादी पार्टी के पीडीए पर सवाल पूछने पर कहा पीडीए का मतलब पाखंड धोखा और अत्याचार है। जब सपा की सरकार थी उसमें सबसे ज्यादा दलित, पिछड़े अल्पसंख्यक, महिलाओं और नौजवानों को प्रताड़ित किया गया।
कांग्रेस पार्टी ने आजादी से आज तक घोटाले को किया पोषित
सपा ने वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया को संरक्षित किया।सपा ने 2012 से 2017 तक यूपी को अपराध व भ्रष्टाचार युक्त प्रदेश बनाया था।तब थाने माफिया चलाते थे। उनके भ्रष्टाचार को देश का बच्चा-बच्चा व चप्पा चप्पा जानता है। तब प्रदेश विकास के लिए नहीं दंगों के लिए जाना जाता था।सपा पार्टी समाजवाद के नाम से परिवारवाद को पोषित कर रही है।कांग्रेस पार्टी ने आकाश से पाताल तक आजादी से आज तक घोटाले को पोषित करने और देश को लूटने का काम किया है।वही प्रधानमंत्री ने बीते 10 सालों में 140 करोड़ लोगों को अपना परिवार मानकर सबके विकास को सुनिश्चित किया है।आज मोदी के प्रति जनता का विश्वास बढ़ा है।
जनता के मन में मोदी की गारंटी के प्रति है विश्वास
जिसने देश को लूटा है उसको लूटा धन वापस करना पड़ेगा। उन्होंने कहा लोकतंत्र में जनता सबसे बड़ी अदालत होती है। 4 जून को जनता की अदालत 400 पार के नारे को सरकार करेगी।यूपी में 80 की 80 सीट बीजेपी जीतेगी। जनता के मन में मोदी की गारंटी के प्रति विश्वास है। 400 पर का नारा जनता ने दिया है। विपक्ष गुमराह व झूठ के एजेंडे के साथ राजनीति कर रही है। जनता ने मोदी को चुनने का मन बना लिया है।
रिपोर्ट/सरफराज अहमद