10 दिन पहले पुलिस ने भेजा था आशिक को जेल, दर्ज होना था 164 का बयान,नही हो सका किसी कारण वश उसका बयान
सुल्तानपुर में लंभुआ कोतवाली अंतर्गत एक गांव में किशोरी ने सुसाइड कर लिया। वो सप्ताह भर पूर्व प्रेमी को जेल भेजे जाने के बाद से डिप्रेशन में चल रही थी। उसने बीती रात प्रेमी के नाम का सिंदूर मांग में भरा और फिर छत पर कमरे के अंदर दुपट्टे से फंदा बनाकर झूल गई।
14 मई को दर्ज हुआ था प्रेमी पर केस।
उन्नीस साल के आशीष की अपने मकान से दो मकान के फासले पर अपनी ही जाति की एक किशोरी से डेढ़ वर्ष पूर्व अफेयर हो गया। पहले दोनों छुप-छुपाकर मिलते थे। लेकिन प्यार परवान चढ़ा तो दोनों की आशिकी गांव में चर्चा का विषय बन गई। लड़की के परिवार ने आशीष के परिवार में शिकायत की पर बात बनी नहीं। इसके बाद कई बार पंचायत भी बैठी लेकिन बे नतीजा रही। पारिवारिक व सामाजिक दबाव बढ़ा तो 12/13 मई की रात्रि आशीष किशोरी को लेकर भाग गया। किशोरी के पिता की तहरीर पर 14 मई को अपहरण की धारा में लंभुआ कोतवाली में FIR हुई। पुलिस ने 18 मई को आशीष व उसके साथ किशोरी को रिश्तेदारी में बरामद कर लिया।
सोमवार को कोर्ट में नहीं हो सका था 164 का बयान।
थाने से किशोरी को तो परिवार के सुपुर्द कर दिया गया लेकिन आरोपी आशीष (19) को अपहरण के मामले में जेल भेज दिया गया। उधर प्रेमी के जेल भेजे जाने के बाद से किशोरी अवसाद में आ गई। सोमवार को लंभुआ कोतवाली पुलिस किशोरी को 164 के बयान के लिए लेकर गई। बताया जा रहा है कि किसी कारण वश बयान दर्ज नहीं हो सका और मंगलवार को किशोरी को दोबारा बयान के लिए पुलिस ने कोर्ट ले जाने की बात कही थी। इस बीच सोमवार रात किशोरी खाना आदि खाकर छत पर कमरे में गई और कमरा अंदर से बंद कर लिया। देर रात 11:30 बजे उसने मांग में सिंदूर भरा और दुप्पटे से फंदा बनाकर उस पर झूल गई। घर वालों को जब पता चला तो पिता ने प्रधान को फोन पर सूचना दी। इसके बाद प्रधान व पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
लंभुआ कोतवाली से तीन किमी दूर एक गांव में हुए इस कांड से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पुलिस ने फोरेंसिक टीम आदि बुलाकर साक्ष्य जमा किए और रात में ही शव को पोस्टमार्टम में भेजा। सीओ लंभुआ अब्दुस सलाम ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला डिप्रेशन में आकर सुसाइड का लग रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
पिछले साल हाईस्कूल में फेल होने के बाद किशोरी ने छोड़ दी थी पढ़ाई
बता दें कि लड़की के पिता राजगीर मिस्त्री हैं। मृतका दो बहन और दो भाई हैं। वो घर में बड़ी थी, पिछले साल हाईस्कूल में फेल होने के कारण उसने पढ़ाई छोड़ दी थी। सूत्रों की माने तो बीच में एक-दो बार आपस में सुलाह समझौता भी हुआ था, जब बात नहीं बनी तो बाद में परिजनों ने मुकदमा लिखवा दिया। वही आरोपी युवक एक भाई और दो बहन हैं। वो सबसे बड़ा है, उसके पिता भी राजगीर मिस्त्री हैं।