सुल्तानपुर हज इस्लाम के पांच पांच बुनियादी स्तंभों में से एक है इमान ,नमाज,रोजा, हज और जकात हज साहिबे माल जो हज की यात्रा करने की वसत रखता हो उसके ऊपर हज जिंदगी में एक बार हज करना फर्ज (अनिवार्य) है कूड़ेभार निवासी डॉक्टर वरिष्ठ पत्रकार खुर्शीद आलम के पिता समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक के प्रदेश सचिव डॉ मोईद अहमद हज की यात्रा पर रवाना हुऐ घर से निकलने के एक दिन पूर्व अपने निवास स्थान पर मुलाकात के लिए दावत का एहतिमाम किया जिसमे रिश्तेदारों और मित्र गणों को आमंत्रित कर किया लोगों ने फूल माला से स्वागत कर सुखद यात्रा के लिय दुआ करते हुए डॉक्टर को मुबारकबाद पेश की।
आपको बताते चलें कि सऊदी अरब के मक्का में मस्जिद अल-हरम की पवित्र मस्जिद में मुसलमानों द्वारा की जाने वाली पवित्र तीर्थयात्रा है। यह इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक मुसलमान को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार (जब तक उसके पास साधन हैं) इसका कर्तव्य है। इस मौके सैकड़ों की तादात में इलाके और जिले के पत्रकार बंधुओ के अलावा इलाके के गण मान्य लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट/सरफराज अहमद