सुल्तानपुर में प्रचंड गर्मी से हाहाकार, राजकीय मेडिकल का हाल बेहाल, बढ़े मरीज, अव्यवस्थाओं का बोलबाला!

सुल्तानपुर में प्रचंड गर्मी से हाहाकार, राजकीय मेडिकल का हाल बेहाल, बढ़े मरीज, अव्यवस्थाओं का बोलबाला!

इमरजेंसी में लगी 7 डॉक्टरों की ड्यूटी, 50 एक्स्ट्रा बेड बढ़ाई गई।

प्रचंड गर्मी से मचा हाहाकार 

प्रचंड गर्मी से हाहाकार मच गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी मरीजों से पैक है। प्रिंसिपल ने कमांड अपने हाथों में लिया है। शुक्ररात पूरे 7 डॉक्टरों की टीम लगाई गई। इमरजेंसी से सीरियस पेशेंट तत्काल वॉर्ड में शिफ्ट किए जा रहे हैं। इस बीच बड़ी अव्यवस्थाएं भी प्रकाश में आई हैं।
 

शुक्रवार रात 8 बजे से 11:30 बजे तक तीन दर्जन से अधिक मरीज इमरजेंसी में पहुंचे तो हॉस्पिटल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। प्रिंसिपल डॉ सलिल श्रीवास्तव स्वयं मोर्चा संभालने पहुंच गए। दो डॉक्टरों के स्थान पर पांच डॉक्टर और बुलाए गए। मेडिकल स्टॉफ भी बढ़ाया गया। इमरजेंसी में गर्मी को देखते हुए फव्वारे के पंखे की वैकल्पिक व्यवस्था कराई गई। सुबह तक नए कूलर लगाने की व्यवस्था बनाई जा रही है।
 

यहां सबसे अधिक अब बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं। जिन्हें दवा-इलाज से ज्यादा पट्टी कराया जा रहा। तीमारदार मिनिरल वॉटर की ठंडी बोतलें लेकर मरीजों की पट्टी कर रहे। मरीजों को ट्रीटमेंट देकर तत्काल वॉर्ड ब्वाय के जरिए वार्डों में भेजा जा रहा। लेकिन वॉर्डों  का हाल बेहाल है। वार्डों में पंखे कूलर चलकर भी नहीं चल रहे,लोग हाथ से बने कपड़े के पंखे से मरीजों को राहत देने का कर रहे काम। इससे भट्टी जैसे वॉर्ड धधक रहे हैं। आइसोलेशन वॉर्ड के पास से लेकर ट्रैक तक अंधेरा कायम है। जरनल वॉर्ड के पास स्थिति यह है कि बरामदे में अंधेरे में मरीज लिटाए गए हैं। शाम से आधा दर्जन के आसपास मरीजों की जान जा चुकी है।
 


इस बाबत राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सलिल श्रीवास्तव बताते हैं कि थोड़ा मौसम असामान्य होने के कारण मरीजों की संख्या बढ़ गई है। लेकिन सब स्थिति अंडर कंट्रोल है। ढेर सारे डॉक्टर आ गए हैं, सारी दवाइयां उपलब्ध हैं। 50 की संख्या में बेड और अरेंज कर दिए गए हैं। 6 मरीजों की कैजुअल्टी पर उन्होंने कहा हां, देखिये जो मरीज आ रहे हैं हमारा पहला काम है उनका ट्रीटमेंट करके वॉर्ड में शिफ्ट करना है। सुबह बैठेगें देखेंगे क्या है।


रिपोर्ट/सरफराज अहमद