बाहुबली भद्र भाइयों ने अखिलेश यादव से की मुलाक़ात, जिले में बढ़ी राजनीतिक हलचल।
24 घंटे पहले पूर्व MLA चंद्रभद्र सिंह व पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र पर हुई है हत्या की FIR, 41 दिन पूर्व हुई थी ज्वाइनिंग
सुल्तानपुर के 'बाहुबली ब्रदर्स' पूर्व MLA चंद्रभद्र सिंह सोनू व उनके भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू की सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात हुई। दोनों ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। इनके साथ लम्भुआ के पूर्व MLA संतोष पांडेय भी मौजूद थे। दोनों बाहुबली ब्रदर्स पर रविवार को पूर्व प्रधान की संदिग्ध अवस्था में हुई मौत के मामले में हत्या की एफआईआर हुई है। बता दें कि 40 दिन पूर्व चंद्रभद्र सिंह ने सपा ज्वाइन की थी। तब अखिलेश यादव ने फोटो शेयर की थी।
मायंग गांव से जुड़ा है मामला
धनपतगंज थानाक्षेत्र के मायंग निवासी पूर्व प्रधान रामदेव निषाद के भाई जगदेव निषाद अपने मित्र विनय यादव के साथ शुक्रवार शाम तीन बजे के आसपास शहर से घर बाइक से लौट रहे थे। कटका-मायंग रोड पर गोसाईगंज के महिलो गांव के पास पहुंचे एकाएक बाइक में झोला फंस गया। जिससे बाइक अनियंत्रित होकर एक गड्ढे में जा गिरी। आनन फ़ानन में दोनों घायलो को राजकीय मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर पंहुचाया गया जहां से जयदेव निषाद व विनय यादव को ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर किया। जहां शनिवार की रात जयदेव मौत हो गई। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव पैतृक गांव पहुंचा तो दुर्घटना को राजनैतिक रूप दिया जाने लगा। पूर्व प्रधान कुछ सत्ता समर्थित नेताओं की हाथों की कठपुतली बन गए। जिसके बाद उन्होंने हत्या का आरोप लगाते हुए गोसाईगंज थाने में तहरीर दी।
राजनैतिक दबाव में हुआ था केस।
पुलिस पर राजनैतिक दबाव ऐसा हावी रहा कि गोसाईगंज थाने में इसौली के पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह सोनू, उनके भाई यशभद्र सिंह मोनू समेत पांच नामजद व एक अज्ञात पर हत्या, जानलेवा हमले आदि का केस दर्ज किया गया। इस केस के फ़ौरन बाद लखनऊ में दोनों भाइयो की अखिलेश यादव के जन्मदिन पर उनसे भेंट बड़ा संदेश दे रही है।
पूर्व विधायक ने खुद पर दर्ज केस को बताया था षड्यंत्र।
खुद पर दर्ज केस को लेकर पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह सोनू ने मीडिया से कहा था कि इस जिले के जनप्रतिनिधि विनोद सिंह (सुल्तानपुर विधायक) के पास नहीं कोई काम। चुनाव में जनता ने उन्हें जवाब दे दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि मुकदमे की पुलिस जांच करेगी कि मैं दोषी हूं या नहीं। यह सारा मुकदमा राजनैतिक षड़यंत्र के तहत मुझे फंसाने के लिए हुआ है। सोनू सिंह ने कहा जनता की राजनीति से उनको (विधायक विनोद सिंह) सरोकार नहीं है अब वे लाश से राजनीति कर रहे हैं। पूर्व विधायक ने कहा न मैंने घटना कराई न मेरा घटना से लेना-देना है।
भाजपा विधायक ने की थी सीएम से भेंट।
पूर्व विधायक के बयान और अब अखिलेश से भेंट के बाद सियासी गलियारे में चर्चा है कि सोनू सिंह बड़ा राजनैतिक दबाव बनाने के लिए अपने मुखिया के पास पहुंचे हैं। यह भी कयास लगाया है कि सोनू ने अखिलेश को पूरे मामले से अवगत कराते हुए अपना पक्ष रखा है। इससे पहले बीते सप्ताह भाजपा विधायक ने भी सीएम से मुलाक़ात की थी जिसकी फोटो सीएम ने एक्स पर शेयर की थी। ऐसे में सोनू मोनू अपना कद बताने के लिए अखिलेश के पास पहुंचे थे ये भी कहा जा रहा है।
रिपोर्ट/सरफराज अहमद