मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा पर सरकार का बड़ा फैसला

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा पर सरकार का बड़ा फैसला 

सुल्तानपुर में हाल में हुई सभी शादियों का घर-घर जाकर होगा, सत्यापन- असीम अरुण / सभी जनपदों में 10 प्रतिशत शादियों का होगा आकस्मिक परीक्षण - उपनिदेशक अयोध्या मंडल की जांच में हुआ गड़बड़ी का खुलासा- पहले से विवाहित महिलाओं को दिया सामूहिक विवाह योजना का लाभ- शासन के निर्देश पर उच्चस्तरीय कमिटी का गठन

उपनिदेशक की जांच के बाद उच्चस्तरीय टीम का हुआ गठन 

लखनऊ- सुल्तानपुर जनपद में जुलाई माह में हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में अपात्रों को लाभ दिए जाने के प्रकरण को समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) असीम अरुण ने गंभीरता से लिया है. मंत्री के निर्देश पर अयोध्या मंडल के उपनिदेशक राकेश रमण ने मौके पर जाकर जांच की. जांच में खुलासा हुआ है कि कई अपात्र महिलाओं को योजना का लाभ दिया गया है. उपनिदेशक की जांच के आधार पर दोषियों की पहचान के लिए एक उच्चस्तरीय कमिटी का गठन किया गया है, ताकि उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा सके.

सुल्तानपुर जिला समाज कल्याण अधिकारी का भी दर्ज किया गया बयान। 

स्वतंत्र प्रभार मंत्री असीम अरुण ने बताया कि सुल्तानपुर जनपद में इस वित्तीय वर्ष में सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत हुई सभी शादियों का सत्यापन घर-घर जाकर समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जायेगा। क्योकि उपनिदेशक अयोध्या मंडल की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि कई ऐसी महिलाओं को योजना का लाभ दिया गया है जो पहले से ही विवाहित हैं। महिलाओं ने जांच अधिकारी को बताया है कि उनके पति दिल्ली में रह कर काम करते हैं. जांच अधिकारी ने इस सम्बन्ध में जिला समाज कल्याण अधिकारी सुल्तानपुर का भी बयान दर्ज किया है. 

हाल में हुई सभी शादियों का होगा सत्यापन

सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्य कर रही है. प्रदेश भर के सभी जनपदों में होने वाले सामूहिक विवाह में से 10 प्रतिशत का आकस्मिक परीक्षण कराया जायेगा ताकि भ्रष्टाचार की कोई भी सम्भावना न रहे। पारदर्शी तरीके से योजनाओं का लाभ पात्र तक पहुंचे इसके लिए सरकार कटिबद्ध है।

रिपोर्ट सरफराज अहमद