वीर अब्दुल हमीद को उनके 59वें शहादत दिवस पर किया याद।

वीर अब्दुल हमीद को उनके 59वें शहादत दिवस पर किया याद।



शहीद वीर अब्दुल हमीद की पुण्य तिथि के अवसर पर नगर के पं राम नरेश त्रिपाठी सभागार में कार्यक्रम आयोजित हुआ। सीआरपीएफ जवानों ने 151 फीट की लंबी तिरंगा यात्रा निकाला।




मुख्य अतिथि सीआरपीएफ कैम्प के डीआईजी राजेंद्र प्रसाद पांडेय ने लोगों को सम्बोधित किया।अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि देश के प्रति हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है, हर व्यक्ति जिम्मेदार हो जाए तो देश को कोई खतरा नहीं हो सकता। मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने आज यहां वीर अब्दुल हमीद जी को श्रद्धांजलि अर्पित किया। उन्होंने कहा कि वीर अब्दुल हमीद की शहादत और देश के प्रति योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। हमने नवयुवकों से अपील की है कि देश की एकता अखंडता के लिए अगर आवश्यकता पड़े तो अपना सर्वोच्च बलिदान देने के लिए तैयार रहे।




वीर अब्दुल हमीद एसोसिएशन के अध्यक्ष नूरी साहब ने बताया कि शहीद वीर अब्दुल हमीद का आज शहादत दिवस है जिस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।सीआरपीएफ के जवान बाधमंडी से सभागार तक 151 फीट की लंबी तिरंगा यात्रा लेकर पहुंचे। जहां अतिथियों ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने बताया कि यहां शहीद वीर अब्दुल हमीद के चित्र पर पुष्प चक्र चढ़ाया गया। उन्होंने ये भी बताया कि स्कूली बच्चों द्वारा सैनिकों के सम्मान में प्रोग्राम किया गया। 


150 सीआरपीएफ जवान समेत,पूर्व लोकसभा सपा प्रत्याशी शकील अहमद, वरिष्ठ सपा नेता मकसूद आलम, सुल्तानपुर के गांधी करतार केशव यादव,डॉ सुधाकर सिंह, योगेश यादव, सरफराज अहमद, मोहम्मद साकिब आदि मौजूद रहे।


सुल्तानपुर के तत्वाधान में शहर के विभिन्न मार्ग से तिरंगा यात्रा निकाली गई।इस मौके पर सैकड़ो की संख्या में युवा, समाजसेवी समाजसेवियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में संस्था के सहयोगियों में मुख्य रूप से संस्था अध्यक्ष मकबूल अहमद नूरी,अब्दुल हई,अब्दुल सत्तार,जावेद अंसारी, प्रोफेसर शाहनवाज आलम,जलील अंसारी, महेश दत्त ,गुलाम दस्तगीर, खुर्शीद फारुकी, रिजवान अहमद, जुबेर अहमद, नौशाद अहमद सबलू ,शकील अहमद,कमलनयन पांडे ,मकसूद आलम, राजेश तिवारी, वाजिद फारुकी, मोहम्मद साकिब, सुजीत कसौधन ,अनिल कुमार, अफ्तार अहमद, शुभम गौतम, भोलू जहांगीर, इरफान फारुकी, मोहम्मद फहीम, मोहम्मद अफसर, मोहम्मद इस्लाम,अरबाब अहमद, इरफान अहमद उपस्थित रहे।

रिपोर्ट/ सरफराज अहमद