आंख मिचौली खेलता बिजली विभाग, नगरवासी परेशान..
सुल्तानपुर यूपी...
आज दोपहर बारह बजे के आस-पास जब बिजली गुल हुई, तो नगरवासियों ने सोचा कि शायद ये कोई पावर सेविंग अभियान हो। लेकिन जैसे ही बिजली आई, एक नई महफिल सज गई। बिजली आई, फिर चली गई, फिर आई, फिर चली गई, और यह सिलसिला लगातार चलता रहा। क्या यह बिजली विभाग का नया खेल है, 'आंखमिचौली'? या फिर यह भी हो सकता है कि विभाग के कर्मचारियों को लगता हो कि लोगों को अंधेरे में रखना उनके फर्ज का हिस्सा है।
नगर वासियों का सवाल.?
नगरवासी अब यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि यह विभाग किसे उल्लू बना रहा है। हर महीने समय से बिल मिल जाता है, लेकिन जब जरूरत होती है, तो बिजली गायब हो जाती है। यह क्या मजाक है कि या तो बिजली विभाग कनेक्शन काट दे, या फिर उसे ठीक से चलने दे। क्या विभाग का यही काम है, या फिर यह महज़ एक ख्याली पुलाव है, जिसमें बिजली कभी मिलती है और कभी नहीं?
पब्लिक का सवाल..?
अब लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या बिजली विभाग के अधिकारी अपने अधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं या फिर केवल आधिकारिक खेल खेल रहे हैं। जब एसडीओ से बात करने की कोशिश की गई, तो वह भी किसी माहिर की तरह फोन की लाइन से गायब हो गए। ऐसा लगता है जैसे विभाग ने खुद को एक 'खजाना' मान लिया है, जो जनता की समस्याओं से कोसों दूर है।
अब जनता को यह समझने में देर नहीं लग रही कि बिजली विभाग ने उनकी परेशानियों को लेकर नज़रिया बदल लिया है। अगर यही हाल रहा तो अगले चुनाव में बिजली विभाग भी अपना उम्मीदवार उतारेगा, क्योंकि लगता है उन्हें जनता को अंधेरे में रखने का पूरा अनुभव हो गया है!
शुभम गौतम की वॉल से...